टीबी के कारण आंखों में होने वाले नुकसान और एंटी-टीबी दवाओं के साइड इफेक्ट्स - डॉ मनीषा मिश्रा
नमस्कार, मैं डॉ मनीषा मिश्रा, शांतनु नेत्रालय आई हॉस्पिटल, वाराणसी से। आज मैं आपको टीबी के कारण आंखों में होने वाले नुकसान और एंटी-टीबी दवाओं के साइड इफेक्ट्स के बारे में बताऊंगी।
## टीबी के कारण आंखों में क्या नुकसान हो सकते हैं?
टीबी के बैक्टीरिया सीधे आंखों को संक्रमित कर सकते हैं या फिर खून के माध्यम से फैलकर आंखों तक पहुंच सकते हैं। इससे आंखों में निम्न समस्याएं हो सकती हैं:
– ऑक्यूलर टीबी: आंखों में सूजन, लालिमा, दर्द, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
– कोरॉइडल ट्यूबरकल्स: रेटिना के नीचे सफेद या पीले रंग के धब्बे
– रेटिनल वैस्कुलाइटिस: रेटिना की नसों में सूजन और रक्तस्राव
– ऑप्टिक न्यूराइटिस: ऑप्टिक नर्व में सूजन से धुंधली दृष्टि
## एंटी-टीबी दवाओं के नेत्र संबंधी साइड इफेक्ट्स
टीबी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली एथैम्ब्यूटोल और आइसोनियाज़िड दवाएं आंखों पर विपरीत प्रभाव डाल सकती हैं जैसे:
– ऑप्टिक न्यूरोपैथी: ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचाकर दृष्टि में कमी
– रंगों को पहचानने में कठिनाई (विशेषकर लाल-हरा)
– दृष्टि क्षेत्र में खराबी
– आंखों का दर्द और लालिमा
## जल्दी पता लगाने के उपाय
अगर आप टीबी का इलाज करा रहे हैं तो इन लक्षणों पर ध्यान दें:
– अचानक धुंधली दृष्टि
– रंगों को पहचानने में दिक्कत
– आंखों में दर्द या जलन
– आंखों की लालिमा या सूजन
ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। आंखों की जांच करवाएं जिसमें विजुअल एक्यूटी टेस्ट, कलर विजन टेस्ट, फंडस जांच आदि शामिल हो सकते हैं |
टीबी के इलाज के दौरान आंखों की नियमित जांच जरूरी है ताकि किसी भी समस्या का जल्दी पता लगाया जा सके। अगर आपको कोई दिक्कत महसूस हो रही है तो अपने डॉक्टर से बात करने में संकोच न करें। समय पर इलाज से स्थायी नुकसान से बचा जा सकता है।
अगर आपको इस विषय पर कोई प्रश्न हों तो हमसे संपर्क करें। हम आपकी सहायता के लिए हमेशा तत्पर हैं।
धन्यवाद।
डॉ मनीषा मिश्रा
शांतनु नेत्रालय आई हॉस्पिटल
वाराणसी
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